Skip to main content

दाना-दाना अन्नपूर्णा : World Food Day 16 Oct 2016

धरती पर निवासरत सभी प्राणियों की तरह ही भोजन इंसान की मूलभूत आवश्यकताओं में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है. बढ़ती हुई आबादी, mass land acquissition,  कम होती जा रही कृषि योग्य भूमि की उपलब्धता और जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप खाद्द्यान के प्रोडक्शन को बढ़ाना आनेवाले समय के लिए एक बहुत बड़ा चैलेंज है. आज बढ़ती हुई फ़ूड सप्लाई की डिमांड को पूरा करने में किसानों को ख़राब मौसम, अति-वृष्टि /अल्प-वृष्टि, प्राकृतिक उर्वरकों का अभाव, कीटों से फसल का बचाव, सही संधारण, मंडियों तक ले जाना, पैदावार का सही मूल्य न मिलना आदि तमाम तरह के मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.  




Sweet result of farmers' sweat - food. ( pic source: humanosphere)





In order to raise awareness abt food production, storage, proper food supply n abt techniques that improve the quality of food, " World Food Day" is observed every year on 16th Oct. This day is also observed in honour of the date of the founding of the FAO of the United Nations in 1945. It is also now considered as Food Engineers’ Day. 







This year's theme is " Climate is Changing - Food n Agriculture must too" which emphasises on adapting more sustainable measures, using natural resources, provision of better harvesting n storage facilities. It also addresses issues like more involvement of livestock, methods to combat deforestation, preparing for climate change . 






हमारे भारत में जहाँ एक और अन्न के हर एक दाने को माता अन्नपूर्णा के प्रसाद समझ जाता है, वहीँ दूसरी और होटलों/शादी-पार्टियों में हजारों टन खाना यूँ ही कूड़ें में फेंक दिया जाता है. 





Tonnes of food is produced globally, yet it's an irony that hundreds of ppl are deprived of two times of meal in several parts of the world. It's equally sad that about one-third of food is either wasted or lost globally. 





Hence it is utmost important that We All should Act as a responsible Global Citizen n pledge not to waste food whenever possible. 





( Representational Image only/ image source: humanosphere.org)






Dr. P Pathak 


for Swavalamban Rehab 





Comments

Popular posts from this blog

Beware before It Breed - Stop Dengue

Be Cautious, Be Prepared, let's eliminate Dengue ( image credit: borneoblletin)  In order to raise awareness among public about Dengue fever, it's spread, transmission n management, National Dengue Day is observed every year on 16th May. Dengue fever incidences are more frequent in tropical n sub-tropical regions. Dengue fever, a painful debilitating condition, is caused by the bite of Aedes mosquito infected with dengue virus.  cause of dengue ( image credit:lloyd health) When a mosquito bites someone who is having the dengue virus, then it got infected n hence keeps on transmissing the virus from one person to another through it's bite.  Dengue does not gets spread from one person to another directly. The incubation period is from 3 to 15 days before initial signs n symptoms begin to appear.  Symptoms of Dengue include: Fever Headache Muscle n joint pain Exhaustion Abdominal pain Nausea/ Vomiting  Symptoms of de

Mystery And Traits of Autism

typical row common in autism    क्या आप जानते हैं की विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) के अनुसार पूरी दुनिया में प्रति १६० बच्चों में से १ बच्चा ऑटिज्म नामक न्यूरोडेवलपमेंटल विकार से पीड़ित हैं। दिनोंदिन तेजी से इस सामाजिक- मानसिक विकार से ग्रसित बच्चों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। कुछ रिसर्चेस के निष्कर्षों के आधार पर यह सामने आया है की किन्ही अनुवांशिक कारणों एवं प्राकृतिक बदलाव की वजह से यह डिसऑर्डर होता है.      जहाँ अमेरिका में यह आंकडा प्रति ६० मे से १ है, ब्रिटेन में १०० में से १, कोरिया में प्रति ३८ में १ है, वहीं हमारे भारत में जागरूकता एवं डायग्नोसिस के अभाव तथा राष्ट्रीय स्तर पर सर्वेक्षण नहीं होने से कोई स्पष्ट आंकडे तो नहीं है, परंतु इंटरनेशनल इपिडेमियोलाजिकल रिसर्च सेंटर (IERC) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हमारे देश में भी प्रति १५० से ३०० बच्चों के बीच १ बच्चा ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसआर्डर से ग्रसित है।  वहीं लिंगानुपात के मुताबिक लड़कियों की अपेक्षा लड़कों में यह पॉंच गुना अधिक होता है। आटिज्म एक बहुत विस्तृत विकार है जिसमे की अलग -अलग बच्चों में कई तरह की “ट

Eat Right, Stay Bright: Nutrition Month Fest at Swavalamban

  National Nutrition Month is observed throughout Bharat in the month of September to raise awareness about importance of healthy & nutritious diet & the effect of food we consume on our overall health & wellbeing.  Various awareness activities are conducted throughout various districts to promote & encourage healthy eating practices among masses specially among would-be mothers & kids.  Food Fest on Nutrition Month Awareness Program at Swavalamban  भारत में सितंबर में राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाता है, ताकि पोषण और स्वस्थ खाने की आदतों के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। इस महीने के दौरान होने वाली कुछ गतिविधियों में शामिल हैं: शैक्षिक अभियान, खाना पकाने का प्रदर्शन, सामुदायिक कार्यक्रम, स्वास्थ्य जांच और पोषण संबंधी पूरक आहार का वितरण। राष्ट्रीय पोषण माह 2024 का विषय "सभी के लिए पौष्टिक भोजन" है।  Yellow theme food contest at Swavalamban कुपोषण भारत में एक प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए। कुपोषण के कुछ रूप इस प्रकार हैं