According to a recent study, it has been estimated that nearly 50 millions Indians r suffering from one or other type of Mental Health related issues/disorders. Since ages, Mental Health issues have many stigmas attached, & people along with their families have to face a lot of discrimination & isolation due lack of awareness about it's proper management.
लगभग 56 मिलियन भारतीय अवसाद से पीड़ित हैं, और 38 मिलियन किसी न किसी चिंता विकार से पीड़ित हैं
दुनिया में हर 8 में से 1 व्यक्ति मानसिक विकार के साथ जी रहा है
मानसिक विकारों में सोच, भावनात्मक विनियमन या व्यवहार में महत्वपूर्ण गड़बड़ी शामिल है
मानसिक विकार कई प्रकार के होते हैं
प्रभावी रोकथाम और उपचार के विकल्प मौजूद हैं
अधिकांश लोगों के पास प्रभावी देखभाल तक पहुंच नहीं है
दुनिया में हर 8 में से 1 व्यक्ति मानसिक विकार के साथ जी रहा है
मानसिक विकारों में सोच, भावनात्मक विनियमन या व्यवहार में महत्वपूर्ण गड़बड़ी शामिल है
मानसिक विकार कई प्रकार के होते हैं
प्रभावी रोकथाम और उपचार के विकल्प मौजूद हैं
अधिकांश लोगों के पास प्रभावी देखभाल तक पहुंच नहीं है
मानसिक विकार किसी व्यक्ति की अनुभूति, भावनात्मक नियमन या व्यवहार में चिकित्सकीय रूप से महत्वपूर्ण गड़बड़ी की विशेषता है। यह आमतौर पर किसी व्यक्ति के सामान्य दिनचर्या एवं कार्य को प्रभावित करता है।
Mental Health Matters |
"World Mental Health Day" has been observed every year on 10th of October in order to raise awareness about the importance of mental well-being of a person n to abolish the taboos associated with mental health disorders.
The theme for this year is " Make Mental Health & Wellbeing For All A Global Priority"
मानसिक बीमारी से ग्रस्त बहुत से लोगों को वह उपचार नहीं मिलता जिसके वे हकदार हैं और जिसके वे हकदार हैं और अपने परिवारों और देखभाल करने वालों के साथ मिलकर कलंक और भेदभाव का अनुभव करना जारी रखते हैं। 'हैव' और 'नहीं है' के बीच की खाई लगातार बढ़ती जा रही है और मानसिक स्वास्थ्य समस्या वाले लोगों की देखभाल की निरंतर आवश्यकता है।
शोध के साक्ष्य से पता चलता है कि मानसिक स्वास्थ्य समस्या वाले लोगों को प्रदान की जाने वाली देखभाल की गुणवत्ता में कमी है। मानसिक बीमारी के लिए चिकित्सा, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक उपचार में 15 साल तक लग सकते हैं, जो अच्छी गुणवत्ता वाले शोध अध्ययनों में काम करने के लिए दिखाए गए हैं, रोगियों को दैनिक अभ्यास में उनकी आवश्यकता होती है।
हमारे भारत में आज भी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विषयों को लेकर कितनी ही भ्रांतियां फैली हुई है. महानगरों जहाँ फिर भी बेहतर हालात है, सबसे ज्यादा ख़राब स्तिथी छोटे शहरों एवं कस्बों की है जहाँ न इन विकारों/विषयों के प्रति लोगों में जागरूकता है और न ही किसी भी प्रकार के परामर्श-केंद्र हैं. आत्महत्या करने की बातें करने वाला कोई भी व्यक्ति सच में अपनी जीवनलीला समाप्त कर सकता है बशर्ते उसकी बातों पर ध्यान देकर हम उनकी समस्याओं को सुलझाने का प्रयत्न करें.
We should include more n more no. of mental-health care profesionals all across our PHC's plus we can also start multiple online platforms/ self-help groups which will help to overcome mental health issues.
Tips for Mental Health |
It is also essential that in time of distress, we shud seek help.. Let's Talk.. engage & Discuss whatever is bothering you.. Be it Your Family-Friends-Teachers or Medical Professionals.. just Speak Up.. Raise Your Voice!
Stay Healthy!
Dr. Pooja Pathak
For Swabalamban Rehab
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