Relax n Unwind, Take a Deep Breath n Enjoy Life ( image credit happymetime) |
Today ,We are living in a world full of comfort n luxuries, yet sometimes we feel so much stressed out. Whether it will be work-pressure, aspirations, relation-ship issues, or other private/public grievances, every second person is going through some or other form of stress.
तेज़ी से बदलती हुई जीवनशैली एवं स्मार्ट लाइफ-स्टाइल ने मनुष्य को तमाम तरह की भौतिक सुख-सुविधाओं का अम्बार दिया है. इन सब आधुनिक उपकरणों के द्वारा हमारे कितने ही काम पल-भर में एक साथ पूर्ण हो जाते हैं, और हमे तुलनात्मक रूप से कम शारीरिक और मानसिक श्रम करना पड़ता है.
According to an estimate, nearly 350 million people of different age groups are suffering from stress.
जब हमारा शरीर/ मन कुछ ऐसे इस्टिम्युली के संपर्क में आता है जो हमारे शारीरिक /मानसिक संतुलन को एफेक्ट करते है, तब ये सारे तत्त्व मिलकर तनाव को जन्म देते हैं.
Stress is the body’s reaction to any stimuli that disturbs its equilibrium. When the equilibrium of various hormones is altered the effect of these changes can be detrimental to the immune system.
Everyone's response in dealing with stress/stressful circumstances differ from each other. Some people tend to cope up with it effectively and they regain their mental peace in a much quicker time -frame, whereas some individuals takes a longer period to revive themselves.
स्ट्रेस या तनाव हमारे शरीर एवं मन-मस्तिष्क को कई प्रकार से प्रभावित करता है.
तनाव के कुछ प्रमुख लक्षण / Signs-Symptoms of Stress:
सिरदर्द
होठों/हाथों-पैरों में कम्पन
शरीर में दर्द
पैरों की मांसपेशियों में ऐठन
चक्कर आना
बोलने में हकलाना/शब्द अस्पष्ट होना
ज्यादा पसीना आना
हाथ/पैर ठन्डे हो जाना/ पसीना आना
मुँह सुखना
बार-बार सर्दी होना
बार-बार बीमार पड़ना
सांस लेने में दिक्कत होना/ लम्बी सांस लेना
धड़कन का बढ़ना
सीने में दर्द/जलन
बार-बार पेशाब जाना
अत्यधिक चिंता/ परेशानी
चिड़चिड़ापन/ गुस्सा
भूख कम लगना
डिप्रेशन/ मूड स्विंग
रात में नींद नही आना
स्वप्न दोष
ध्यान -एकाग्रता की कमी
किसी भी नई बात को याद रखने में परेशानी
कई बातें/ काम भूल जाना/ भ्रमित होना
निर्णय नही ले पाना
बार-बार रोना/ मन में बुरे विचार आना
अकेलापन / असहाय महसूस होना
बेवजह शक/संदेह करना
हमेशा थकान का अनुभव करना
ज्यादा धूम्रपान/मदिरापान करना
नशीले पदार्थों का सेवन
असामाजिक गतिविधियों में संलग्न होना
स्ट्रेस या तनाव हमारे शरीर एवं मन-मस्तिष्क को कई प्रकार से प्रभावित करता है.
तनाव से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में मौजूद ग्लैंड्स कई प्रकार के द्रयों का स्त्राव करते है, जिनकी वजह से दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है, ब्लड- प्रेशर बढ़ने लगता है. इसके आलावा मांसपेशियों में खिंचाव, चक्कर- मितली आना, सांस कम होना, आदि लक्षण भी दिखाई देते हैं.
Coping with stress is not that much difficult once you assess the stressors i.e. the agents that is causing/ aggravating it.
Relax :
Take a break, relax (image: katekramp) |
Engage yourself in self-relaxation techniques, be it listening to music, enjoy dancing, reading, learning new things, art n craft activities. Activities that soothes n heals your mind n body.
Exercise:
walk n let stress go ( image: dailyburn) |
Regular workout will helps in staying healthy
Walking:
walk as much as you can, walk through nature, on sand, along beaches, or on grass.
Meditate n relieve stress(image: lespotmultiburo) |
Meditation/ Yoga:
Breathing exercises, pranayam
Massage/Aromatherapy/ other healing procedures
Writing/ Keep a note on your thoughts:
Healthy Diet:
Eat healthy ( image: pickyeaterblog) |
Switch on to nutritious food, try new variations with fruits n vegetables.
Proper Sleep:
Have an adequate sleep, maintain n follow a regular sleeping time schedule.
Open up (image holidayspot) |
Socialization:
Interact with family/ friends. Open up about the issues affecting your well-being.
Focus on the present...
Never Loose Hope, Never Give Up...!!!
Dr. Pooja Pathak
@swavalambanrehab
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