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लागी छूटे ना..!!! The Mechanism of Addiction...



क्या होता है मन-मस्तिष्क के भीतर जब हो जाता है कोई एडिक्टेड....





Addiction takes over the mind  (image credit winecellarage)






एडिक्शन या आसक्ति( लत/व्यसन) वह अवस्था कहलाती है जब कोई इंसान किसी ऐसी वस्तु या क्रियाओं को बार-बार लगातार करना चाहता है, जिससे उसे आनंद की अनुभूति होती है. परन्तु यही दोहराव  कुछ समय के बाद उस व्यक्ति के मन-मस्तिष्क को पूरी तरह प्रभावित करते हुए उसकी नार्मल लाइफ पर नकारात्मक प्रभाव डालतीं हैं. 









Usually, people with an addiction do not have control over what they are doing, taking or using.








सामान्यतः आनंद की अनुभूति से प्रारम्भ होकर ये लत इंसान की कमजोरी बनकर उसकी शारीरिक , मानसिक, सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन को बुरी तरह एफेक्ट करती है, परिणामस्वरूप उसकी कार्यशीलता भी कम हो जाती है. एडिक्शन के शिकार व्यक्ति हो इस बात का भान ही नही होता है, और धीरे-धीरे उसका संपूर्ण व्यक्तित्व ही परिवर्तित हो जाता है. 







When a person is addicted to something they cannot control how they use it, and become dependent on it to cope with daily life.







usual vicious cycle of addiction (image credit trivalpsychotherapy)






एडिक्शन अनेक प्रकार के होते है, जिनमे मुख्यतः शराब, सिगरेट, जुआ, अन्य नशीले पदार्थ, सेक्स,शॉपिंग, कंप्यूटर/मोबाइल का अत्यधिक उपयोग, आदि. 








जब इंसान किसी वस्तु/क्रिया के प्रति आकर्षित होकर उसकी और बारंबार आकृष्ट होता है, तब उसके मस्तिष्क के अंदर का रिवॉर्ड सेंटर उससे वही क्रिया फिर से करवाता है. मस्तिष्क के न्यूरॉन में आये इन परिवर्तनों की वजह से इंसान को वही प्लेजर फील करने के लिए फिर से उसी वस्तु/गतिविधि को करना पड़ता है, अंततः यह एक दुष्चक्र बन जाता है. 








some key factors leading to addiction (image credit hamrah)







इन सब नकारात्मक व्यसनों से अतिरिक्त कुछ ऐसे भी एडिक्शन्स होते हैं जो इंसान को शारीरिक-मानसिक रूप से बेहतर और मजबूत बनाने में सहायक होते हैं, और जिनको करने से व्यक्ति स्वयं को ज्यादा खुशहाल, प्रसन्न, और संतुष्ट पाता है जैसे संगीत, कला, प्रेम, खेल-कूद, व्यावसायिक कार्य/बिज़नेस आदि.






When referring to any kind of addiction, it is important to recognize that its cause is not simply a search for pleasure and that addiction has nothing to do with one's morality or strength of character. 



व्यक्ति स्वयं जाने-अनजाने ही अपने विवेक से यह निर्धारित करता है की उसका एडिक्शन उसके जीवन को सकारात्मक चेतना की और लेकर जायेगा या फिर उसे संधेरे की और धकेलेगा.




passion leads to positive changes (image credit amazonnews)

Positive addiction in form of Passion, Dedication n hard labor will acts as a turning point in a person's life. Positive addiction may change a person's life n gives it a new direction, thereby making him more constructive, organized n fruitful, making his life more meaningful....







So guys, Don't ever let the addiction takes control over you... Be the master, drain your craving towards constructive side...






Cheers to Life..!!!







Dr. Pooja Pathak

@SwavalambanRehab





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